अन्य आसनों की तरह Bhumi Pada Mastakasana (भूमि पाद मस्तकासन) का नाम भी संस्कृत से मिलता है जहाँ भूमि का अर्थ पृथ्वी, पाद का अर्थ पैर, मस्तक का अर्थ है सिर और आसन का अर्थ मुद्रा होता है| इस आसन लिए बहुत सारी आन्तरिक, पेट की ताकत और बहुत से अभ्यास की आवश्यकता होती है|
इस मुद्रा को योग विद्या में प्रचलित सबसे शक्तिशाली आसनों में से एक माना जाता है।
मेरे पिता श्री शशीन्द्र शाश्वत के द्वारा अर्जित जानकारी से यह पोस्ट लाभान्वित है| मैं कोटि-कोटि धन्यवाद् देता हूँ कि पिताजी ने भूमि पाद मस्तकासन को बड़े ही आसान शब्दों समझाया|
मैं माही, मुझे शुरू से ही Shayari, Quote & Poetry (शायरी, विचार एवं कवितायेँ) लिखने का शौक रहा है| मैंने बहुत से लेख लिखे हैं उनमें से कुछ को मैं यहाँ ब्लॉग साईट पर पोस्ट कर रही हूँ|…
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